6 मुखी रुद्राक्ष – युद्ध के देवता कार्तिकेय की शक्ति से युक्त vedpuransar.com

499.00

+ Free Shipping

6 मुखी रुद्राक्ष भगवान कार्तिकेय की शक्ति से पूरित होता है। यह वाणी में प्रभाव, आत्मबल में वृद्धि और निर्णय क्षमता को जागृत करता है। विद्यार्थी, वक्ता, कलाकार और लीडर्स के लिए विशेष लाभकारी रुद्राक्ष। शुद्ध, सिद्ध और ऊर्जायुक्त।

अब विलंब न करें — अपने भीतर की शक्ति को जागृत करें।

📦 Order Now –
🌐 www.vedpuransar.com/products/6mukhi-rudraksha
🛕 Vedpuransar — जहाँ श्रद्धा, शुद्धता और शिवत्व एक साथ मिलते हैं।

6 मुखी रुद्राक्ष, भगवान शिवजी के पुत्र भगवान कार्तिकेय (मुरुगन) से संबंधित माना जाता है। यह रुद्राक्ष व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाता है, वाणी को प्रभावशाली बनाता है और भीतर छुपी ऊर्जा को जागृत करता है। यह उन लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो जनसमूह में बोलते हैं, जैसे वक्ता, शिक्षक, सेल्स पर्सन, नेता, कलाकार या ऑफिस में टीम लीड करते हैं

यह रुद्राक्ष विशेष रूप से काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, और मात्सर्य जैसे छः विकारों को संतुलित करने में सहायक होता है।


मुख्य लाभ:

  • भगवान कार्तिकेय की कृपा से आत्मबल में वृद्धि

  • वाणी में आकर्षण और भाषण में प्रभाव

  • नकारात्मक ऊर्जा और भय से सुरक्षा

  • छः शत्रुओं (काम, क्रोध आदि) को नियंत्रित करता है

  • सुधारता है decision making और leadership qualities

  • विद्यार्थियों, वक्ताओं, कलाकारों और ऑफिस कर्मियों के लिए अत्यंत लाभकारी

  • शुद्ध, सिद्ध और वैदिक मंत्रों द्वारा अभिमंत्रित

  • धारण करने वाला होता है अधिक आत्मविश्वासी और ऊर्जावान


शिव परंपरा और तांत्रिक दृष्टि से मान्यता:

शिवपुराण में वर्णित है कि 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाला व्यक्ति इन्द्रिय संयमी, वाणी में प्रवीण, और भीतर से स्थिर और प्रसन्नचित्त हो जाता है। यह रुद्राक्ष स्वाधिष्ठान और मणिपुर चक्र को सक्रिय करता है।

Vedpuransar.com से प्राप्त हर 6 मुखी रुद्राक्ष:

  •  पूर्णत: प्राकृतिक और असली होता है

  • वैदिक रीति से सिद्ध किया गया होता है

  • सरक्षित और पवित्र पैकेजिंग में आपके पते पर पहुँचाया जाता है

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “6 मुखी रुद्राक्ष – युद्ध के देवता कार्तिकेय की शक्ति से युक्त vedpuransar.com”

Your email address will not be published. Required fields are marked *